भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा का प्रत्येक स्तर पर प्रावीण्य सूची तैयारी की जाती है। इस सूची के आधार पर छात्र छात्रओं को सम्मानित एवं पुरस्कृत किया जाता है। पुरस्कार की राशि भिन्न भिन्न कक्षाओं एवं भिन्न भिन्न स्तरों पर भिन्न भिन्न होती है। यह पुरस्कार (नगद राशि/साहित्य) एवं प्रमाण पत्र उनके उत्साहवर्धन के लिए दिया जाता है। वे संस्कृतनिष्ठ जीवन जीने के लिए प्रेरित हो, संस्कृतिनिष्ठ कार्यों में अधिकाधिक योगदान देते रहें, जिससे अच्छे व्यक्ति, परिवार एवं राष्ट्र का निर्माण हो।
पुरस्कार की यह राशि राज्य स्तर पर न्यूनतम पचास हजार प्रतिभागी छात्र-छात्राओं, जिला स्तर पर न्यूनतम पाँच हजार एवं तहसील स्तर पर न्यूनतम एक हजार प्रतिभागी छात्र-छात्राओं की भागीदारी होने पर प्रदान की जाती है। महाविद्यालय स्तरीय पुरस्कार राशि जिला स्तर पर न्यूनतम एक हजार तथा राज्य स्तर पर न्यूनतम दस हजार प्रतिभागी छात्र-छात्राओं की संख्या होने पर प्रदान की जाती है।
पुरस्कार की यह राशि निम्न प्रकार से है-
1 तहसील स्तरीय
तहसील स्तरीय प्रावीण्य सूची कक्षा 5 से 12 तक की छात्र-छात्राओं के लिए होती है । जिसकी पुरस्कार राशि क्रमश: प्रथम-350 रुपये, द्वितीय- 250 रुपये एवं तृतीय- 150 रुपये सम्मान/प्रोत्साहन के तौर पर दी जाती है।
2 जिला स्तरीय
जिला स्तरीय प्रावीण्य सूची कक्षा- 5 वीं से 12 वीं के छात्र-छात्राओं की पुरस्कार राशि क्रमश: प्रथम- 700 रुपये, द्वितीय- 500 रुपये एवं तृतीय- 400 रुपये तथा महाविद्यालय में क्रमश: प्रथम- 1000 रुपये, द्वितीय- 700 रुपये एवं तृतीय- 500 रुपये सहसम्मान छात्र-छात्राओं को पुरस्कार वितरण समारोहों में प्रदान की जाती है।
3 राज्य स्तरीय
राज्य स्तरीय प्रावीण्य सूची कक्षा- 5वीं से 12 वीं के छात्र-छात्राओं की पुरस्कार राशि क्रमश: प्रथम- 3000 रुपये, द्वितीय- 2000 रुपये एवं तृतीय- 1500 रुपये तथा महाविद्यालय में क्रमश: प्रथम- 3500 रुपये, द्वितीय- 2000 रुपये एवं तृतीय- 1500 रुपये सहसम्मान छात्र-छात्राओं को पुरस्कार वितरण समारोहों में प्रदान की जाती है।
4 राष्ट्र स्तरीय
भविष्य में राष्ट्र स्तरीय प्रावीण्य सूची भी निकाली जायेगी एवं उस आधार पर राष्ट्र स्तरीय प्रावीण्य पुरस्कार की व्यवस्था होगी।